
गजवा-ए-हिन्द या भारत पर विजय :- इस्लाम की हदीस (सुन्नन नासाई : जिहाद की किताब) और कुछ इस्लामिक विद्वानों द्वारा भारत पर इस्लाम के कब्जे को पैग़म्बर मुहम्मद का एक सपना बताते हैं जिससे मुसलमानों के जन्नत जाने का रास्ता खुलेगा ! इस घोषणा में मुसलमानों और काफिरों के बीच भारत में एक युद्ध होगा जिसमें मुसलमानों की जीत होगी और भारत में इस्लाम का राज कायम हो जाएगा तथा भारत में पूरी तरह से शरिया के कानून (इस्लामिक नियम) लागु होंगे ।
हिन्दी
अध्याय (41) : भारत से युद्ध की मुहीम, यहाँ अबू हुरेरा लिखता है कि :
“अल्लाह के दूत ने वादा किया था कि हम भारत पर आक्रमण करेंगे। अगर मैं यह देखने के लिए रहता हूं तो मैं खुद को और मेरी संपत्ति को निछावर करूंगा। अगर मैं मर गया तो मैं शहीदों में से एक बनूंगा और यदि मैं वापस आऊंगा तो मैं अबू हुरैरा अल-मुहरर (आग से मुक्त) होऊंगा “।
अंग्रेजी
Chapter (41) : The Battle Expedition of India, It was narrated that Abu Hurairah said:
“The Messenger of Allah (Prophet Muhammad) promised us (a) battle expedition (in) India. If I live to see that, I will expend myself and my wealth in it. If I am killed, I will be one of the best of the martyrs, and if I come back, I will be Abu Hurairah Al-Muharrar.” [1]
[1] Al-Muharrar: The one freed (from the Fire).
अरबी
(41)باب غَزْوَةِ الْهِنْدِ .
أَخْبَرَنِي أَحْمَدُ بْنُ عُثْمَانَ بْنِ حَكِيمٍ، قَالَ حَدَّثَنَا زَكَرِيَّا بْنُ عَدِيٍّ، قَالَ حَدَّثَنَا عُبَيْدُ اللَّهِ بْنُ عَمْرٍو، عَنْ زَيْدِ بْنِ أَبِي أُنَيْسَةَ، عَنْ سَيَّارٍ، ح قَالَ وَأَنْبَأَنَا هُشَيْمٌ، عَنْ سَيَّارٍ، عَنْ جَبْرِ بْنِ عَبِيدَةَ، – وَقَالَ عُبَيْدُ اللَّهِ عَنْ جُبَيْرٍ، – عَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ، قَالَ وَعَدَنَا رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم غَزْوَةَ الْهِنْدِ فَإِنْ أَدْرَكْتُهَا أُنْفِقْ فِيهَا نَفْسِي وَمَالِي فَإِنْ أُقْتَلْ كُنْتُ مِنْ أَفْضَلِ الشُّهَدَاءِ وَإِنْ أَرْجِعْ فَأَنَا أَبُو هُرَيْرَةَ الْمُحَرَّرُ .
हिन्दी
अध्याय (41) : भारत से युद्ध की मुहीम, यहाँ अबू हुरेरा लिखता है कि :
“अल्लाह के दूत (पैगम्बर मुहम्मद) ने वादा किया था कि हम भारत पर आक्रमण करेंगे। यदि मैं यह देखने के लिए जीवित रहा तो मैं अपना और अपनी संपत्ति का बलिदान कर दूंगा। यदि मैं मारा गया, तो मैं सर्वश्रेष्ठ शहीदों में से एक बनूंगा, और यदि मैं वापस आऊंगा , मैं अबू हुरैरा अल-मुहररर बनूंगा।”
अंग्रेजी
Chapter (41) : The Battle Expedition of India, It was narrated that Abu Hurairah said:
“The Messenger of Allah (Prophet Muhammad) promised that we would invade India. If I live to see that I will sacrifice myself and my wealth. If I am killed, I will be one of the best of the martyrs, and if I come back, I will be Abu Hurairah Al-Muharrar.”
अरबी
(41) باب غَزْوَةِ الْهِنْدِ .
حَدَّثَنِي مُحَمَّدُ بْنُ إِسْمَاعِيلَ بْنِ إِبْرَاهِيمَ، قَالَ حَدَّثَنَا يَزِيدُ، قَالَ أَنْبَأَنَا هُشَيْمٌ، قَالَ حَدَّثَنَا سَيَّارٌ أَبُو الْحَكَمِ، عَنْ جَبْرِ بْنِ عَبِيدَةَ، عَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ، قَالَ وَعَدَنَا رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم غَزْوَةَ الْهِنْدِ فَإِنْ أَدْرَكْتُهَا أُنْفِقْ فِيهَا نَفْسِي وَمَالِي وَإِنْ قُتِلْتُ كُنْتُ أَفْضَلَ الشُّهَدَاءِ وَإِنْ رَجَعْتُ فَأَنَا أَبُو هُرَيْرَةَ الْمُحَرَّرُ .
हिन्दी
अध्याय (41) : भारत से युद्ध की मुहीम, यहाँ अबू हुरेरा लिखता है कि :
अल्लाह के दूत (पैगंबर मुहम्मद) के मुक्त गुलाम थावबन ने कहा:
“अल्लाह के दूत (पैगंबर मुहम्मद) ने कहा: ‘मेरी उम्मत के दो समूह हैं जिन्हें अल्लाह आग से मुक्त करेगा: वह समूह जो भारत पर आक्रमण करेगा, और वह समूह जो ईसा बिन मरियम के साथ होगा, शांति उस पर हो। “
अंग्रेजी
Chapter (41) : The Battle Expedition of India, It was narrated that Thawban, the freed slave of the Messenger of Allah (Prophet Muhammad), said:
“The Messenger of Allah (Prophet Muhammad) said: ‘There are two groups of my Ummah whom Allah will free from the Fire: The group that invades India, and the group that will be with ‘Isa bin Maryam, peace be upon him.”
अरबी
(41)باب غَزْوَةِ الْهِنْدِ .
أَخْبَرَنِي مُحَمَّدُ بْنُ عَبْدِ اللَّهِ بْنِ عَبْدِ الرَّحِيمِ، قَالَ حَدَّثَنَا أَسَدُ بْنُ مُوسَى، قَالَ حَدَّثَنَا بَقِيَّةُ، قَالَ حَدَّثَنِي أَبُو بَكْرٍ الزُّبَيْدِيُّ، عَنْ أَخِيهِ، مُحَمَّدِ بْنِ الْوَلِيدِ عَنْ لُقْمَانَ بْنِ عَامِرٍ، عَنْ عَبْدِ الأَعْلَى بْنِ عَدِيٍّ الْبَهْرَانِيِّ، عَنْ ثَوْبَانَ، مَوْلَى رَسُولِ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم قَالَ قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم “ عِصَابَتَانِ مِنْ أُمَّتِي أَحْرَزَهُمَا اللَّهُ مِنَ النَّارِ عِصَابَةٌ تَغْزُو الْهِنْدَ وَعِصَابَةٌ تَكُونُ مَعَ عِيسَى ابْنِ مَرْيَمَ عَلَيْهِمَا السَّلاَمُ ” .
अबू हुरैरा अपनी एक किताब : किताब अल-फितन (नाइम इब्न हमाद) में लिखता है कि:-
“इस उम्मा में सैनिक सिंध और हिन्द की ओर बढ़ेंगे” ।
“अबू हुरैरा” और “सफवान बिन उमरो” किताब अल-फितन (नाइम इब्न हमाद) में कहता है कि:-
“उम्मत का एक समूह भारत को पराजित कर देगा, अल्लाह उनके लिए भारत को खोल देगा ! जब तक कि वे वहां के राजाओं को जंजीरों के साथ बांध कर नहीं लौटते, अल्लाह उन योद्धाओं को माफ कर देगा – जब वे वापस लौटेंगे (भारत से), उन्हें सीरिया
में “ईसा इब्न मरियम” मिलेगा” ।
पंद्रहवीं शताब्दी का एक फ़ारसी विद्वान “शाह नेमतुल्लाह वली” अपने
कसीदा “पेश गोई” में कुछ इस प्रकार कहता है कि:-
दुनिया के चारों कोनों के मुस्लिम लड़ाके हिन्द के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए हाथ मिलायेंगे और गंगा नदी तक विजय प्राप्त करेगे तथा मुजाहिदीनों के लिए लड़ाई में लुटे हुए “माल-ए-गनीमत” में “सुन्दर लड़कियां” तथा “सौम्य महिलायें” शामिल होंगी l
कुल मिलाकर इस्लामिक विद्वानों का मत है कि पैग़म्बर मुहम्मद की नुबुव्वत से लेकर कयामत तक मुसलमानों और काफ़िरों के बीच भारत होगा और साथ ही बहुत से विद्वान यह मानते हैं कि गजवा-ए-हिंद अभी तक पूरी तरह से नहीं हुआ है लेकिन जब ऐसा होगा तब “ईसा इब्न मरियम” सीरिया में मिलेंगे और फिर “इमाम मेहँदी” आएगा तब भीषण मारकाट मचेगी और उसके 6-7 साल बाद “दज्जाल” आएगा इसके बाद क़यामत आएगी और कब्रों से मुर्दा उठ खड़े होंगे और जन्नत में जायेंगे l इसी जन्नत के लक्ष्य को लेकर विश्व के सभी इस्लामिक आतंकवादी संगठन कार्य कर रहे हैं l
25 सितम्बर 2022 को ATS और NIA की छापेमारी के दौरान PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के कुछ आतंकवादी पकड़े गए जिनके लैपटॉप और मोबाइल से मिले साक्ष्यों से खुलासा हुआ की PFI का लक्ष्य 2047 तक भारत में गजवा-ए-हिन्द करना है अभी PFI पर भारत सर्कार ने प्रतिबन्ध लगा रखा है लेकिन प्रतिबन्ध लगने से पहलेही PFI ने भारत के लगभग सभी जिलों में अपना नेटवर्क स्थापित कर लिया था , दिल्ली के शाहीन बाग़ में CAA प्रोटेस्ट के समय PFI का ऑफिस वहीँ पर था और CAA प्रोटेस्ट के बाद हुए दिल्ली दंगों में भी PFI मुख्य योजनाकार था l
अब भारत का भविष्य तो भारत के हिन्दू जनमानस पर ही निर्भर है क्योंकि पूरे सेंट्रल एशिया का मुस्लिम जन्नत जाना चाहता है और वह गजवा ए हिन्द के प्रयासों में अपनी Toolkit में बहुत से Tool जोड़कर निरंतर उपयोग कर रहा है जैसे :- “लव-जिहाद, लैंड-जिहाद, अवैध भू-अतिक्रमण, आतंकवाद, अपराध और किसी क्षेत्र में अप्रत्याशित तरीके से अपनी जनसँख्या बढ़ाकर हिन्दू समाज को पलायन करने को विवश कर देना l
It’s too Dangerous.
wake up Hindu, wake up…….
JAY HIND
सच्ची बात है
ये सुअर के पिल्ले इसीलिए तो नहीं सुधरते
हरामख़ोरों को जन्नत जाना है और हूरें पहनी हैं
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